(1) गैटोर की छतरियां
▪️यह छतरी नाहरगढ़ (जयपुर) में स्थित है। ये कछवाहा शासको की छतरियां है। यहां पर जयसिंह द्वितीय से मानसिंह द्वितीय की छतरियां है।
(2) बड़ा बाग की छतरियां
▪️यह छतरी जैसलमेर में स्थित है। यहां पर भाटी शासकों की छतरियां स्थित है।
(3) क्षारबाग की छतरियां
▪️यह छतरी कोटा में स्थित है। यहां पर हाड़ा शासकों की छतरियां स्थित है।
(4) देवकुण्ड की छतरियां
▪️यह छतरी रिड़मलसर (बीकानेर) में स्थित है। यहां पर राव बीकाजी व रायसिंह की छतरियां प्रसिद्ध है।
(5) छात्र विलास की छतरी
▪️यह कोटा में स्थित है।
(6) केसर बाग की छतरी
▪️यह छतरी बूंदी में स्थित है।
(7) जसवंत थड़ा
▪️यह छतरी जोधपुर में स्थित है। यहां पर सरदार सिंह द्वारा निर्मित है।
(8) रैदास की छतरी
▪️यह छतरी चित्तौड़गढ में स्थित है।
(9) गोपाल सिंह यादव की छतरी
▪️यह छतरी करौली में स्थित है।
(10) 08 खम्भों की छतरी
▪️यह छतरी बांडोली (उदयपुर) में स्थित है। यह वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की छतरी है।
(11) 32 खम्भो की छातरी
▪️यह छतरी राजस्थान में दो स्थानों पर 32-32 खम्भों की छतरियां है।
▪️मांडल गढ (भीलवाड़ा) में स्थित 32 खम्भों की छतरी का संबंध जगन्नाथ कच्छवाहा से है।
▪️रणथम्भौर (सवाई माधोपुर) में स्थित 32 खम्भों की छतरी हम्मीर देव चैहान की छतरी है।
(12) 80 खम्भों की छतरी
▪️यह छतरी अलवर में स्थित हैं यह छतरी मूसी महारानी से संबंधित है।
(13) 84 खम्भों की छतरी
▪️यह बूंदी में स्थित है।
▪️यह छतरी राजा अनिरूद के माता देव की छतरी है।
▪️यह छतरी भगवान शिव को समर्पित है।
(14) 16 खम्भों की छतरी
▪️यह छतरी नागौर में स्थित हैं
▪️यह अमर सिंह की छतरी है। ये राठौड वंशीय थे।
(15) टंहला की छतरीयां
▪️यह छतरी अलवर में स्थित हैं।
(16) आहड़ की छतरियां
▪️यह छतरी उदयपुर में स्थित हैं
▪️इन्हे महासतियां भी कहते है।
(17) राजा बख्तावर सिंह की छतरी
▪️यह अलवर में स्थित है।
(18) राजा जोधसिंह की छतरी
▪️यह छतरी बदनौर (भीलवाडा) में स्थित है।
(19) मानसिंह प्रथम की छतरी
▪️यह छतरी आमेर (जयपुर) में स्थित है।
(20) 06 खम्भों की छतरी
▪️यह छतरी लालसौट (दौसा) में स्थित है।
(21) गोराधाय की छतरी
▪️यह छतरी जोधपुर में स्थित हैं। अजीत सिंह की धाय मां की छतरी है।
▪️राजस्थान की अन्य ऐतिहासिक छतरियाँ
1. अमरसिंह की छतरी यह छतरी नागौर में स्थित है।
2. सिसोदिया राणाओं की छतरियाँ यह छतरी आहड़ , उदयपुर में स्थित है।
3. राव बीका जी रायसिंह की छतरियाँ -यह छतरी देव कुंड बीकानेर में स्थित है।
4. हाड़ा राजाओं की छतरियाँ – सारबाग , यह छतरी कोटा में स्थित है।
5. रैदास की छतरी – यह छतरी चित्तौड़गढ़ में स्थित है।
6. केसर बाग व क्षार बाग की छतरियाँ -यह छतरी बूँदी ( बूँदी राजवंश की ) में स्थित है।
7. भाटी राजाओं की छतरियाँ -यह छतरी बड़ा बाग , जैसलमेर में स्थित है।
8. राठौड़ राजाओं की छतरियाँ – यह छतरी मंडोर जोधपुर में स्थित है।
9. मूसी महारानी की छतरी – यह छतरी अलवर में स्थित है।
10. महाराणा प्रताप की छतरी ( 8 खंभोकी )- यह छतरी बाडोली ( उदयपुर ) में स्थित है।
11. कच्छवाहा राजाओं की छतरियाँ -यह छतरी गेटोर ( नाहरगढ़ , जयपुर ) में स्थित है।
12. राव जोधसिंह की छतरी -यह छतरी बदनौर में स्थित है।
13. जयमल ( जैमल ) व कल्ला राठौड़ की छतरियाँ -यह छतरी चित्तौड़गढ में स्थित है।