archaeological sites of rajasthan

 PRE BSTC EXAM MCQ | BSTC IMPORTANT QUESTIONS 

PRE d. Le.Ed exam  important questions

Pre bstc exam MCQ 2023

प्री bstc डी एल एंड परीक्षा में आपसे सामान्य ज्ञान को लेकर प्रश्न पूछे जाते हैं जो निम्न प्रकार से है आप इस test के मध्यम से अपनी तयारी परख सकते हैं ।

Rajasthan ke puratatvik sthal

Good luck for your exam, 

I want you to perform well and get good grades on your exam.

Exam Instructions -

• The Exam Contains 50 Objective Type Questions.

• There will be 50 questions and Every question time alloted 30 Second.

• 1 Mark(s) will be awarded for each correct answer


 परीक्षा निर्देश -

परीक्षा में 50 वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं।50 प्रश्न होंगे और प्रत्येक प्रश्न का समय 30 सेकंड आवंटित किया जाएगा।प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक दिए जाएंगेस्क्रीन के दायीं ओर प्रदर्शित प्रश्न पैलेट प्रत्येक प्रश्न की स्थिति निम्नलिखित में से किसी एक रंग का उपयोग करके दिखाएगा:



पुरातात्विक स्थल


1 राजस्थान में पुरातात्विक सर्वेक्षण कार्य सर्वप्रथम (1871 ई.) प्रारम्भ करने का श्रेय किसे जाता है-

(1) ए.सी.एल. कार्लाइल (2) एच.डी. सांकलिया

(3) बी. बी. लाल            (4) ए. कनिंघम

Ans. (1)

व्याख्या - भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग की स्थापना अलेक्जेन्डर कनिंघम के नेतृत्व में 1861 ई. में की गई थी। राजस्थान में पुरातात्विक सर्वेक्षण कार्य सर्वप्रथम 1871 ई. में प्रारम्भ करने का श्रेय ए.सी.एल कार्लाइल को दिया गया है। उन्होंने दौसा क्षेत्र से कठोर पाषाण व मानव अस्थियों की प्राप्ति की सूचना दी। 1902 ई. में जॉन मार्शल के द्वारा इसका पुर्नगठन हुआ।


2. 'ए सर्वे वर्क ऑफ एनसियेण्ट साइट्स अलोंग दी लोस्ट सरस्वती रिवर' किसका कार्य था- [RAS-19.11.2013]

 (1) एम. आर. मुगल (2) ऑरल स्टैन 

(3) हरमन गोइट्स (4) वी. एन. आसोपा


Ans. (2)


व्याख्या:-  सरस्वती और दृषद्वती नदी घाटियाँ आर्यों की प्राचीन बस्तियों की शरण स्थली रही है। ऑरल स्टैन घग्घर को वैदिक कालीन प्रसिद्ध नदी सरस्वती मानकर ही सर्वेक्षण की उत्कण्ठा से आये थे। वे ऑलधम के मत व कार्य कि वह प्रसिद्ध नदी रेगिस्तान में खो गयी थीं, पर खोज करके प्रकाश डालना चाहते थे। उन्होंने अपने सर्वेक्षण कार्य को अप्रैल, 1942 में 'दी जियोग्राफिकल जनरल' में शीर्षक भी 'ए सर्वे वर्क ऑफ एनसियेण्ट साइट्स एलोंग दी लोस्ट सरस्वती रिवर' रखा। ऑरल स्टैन के इन प्रयासों से घरघर को सरस्वती का वर्तमान रूप मानने में लोकप्रियता मिली।


3. कालीबंगा उत्तरी राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में.. . नदी के किनारे स्थित है-

(1) घग्घर (सरस्वती) (2) लूणी (3) साबरमती (4) बनास


Ans. (1)

व्याख्या - कालीबंगा में सरस्वती व दृषद्वती नदियों की घाटियों में हड़प्पाकालीन विकसित सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इन नदियों का वर्तमान स्वरूप घग्घर नदी है।


4. सिन्धु घाटी से अलग एक हड़प्पा उत्खननकर्ताओं द्वारा निम्नलिखित में से किसका वर्णन किया गया 


(1) कुरदा (2) वैनारा (3) कालीबंगा (4) बिहारीपुरा

Ans. (3) 


5. निम्नलिखित में से राजस्थान का कौन-सा सैन्धव स्थल घग्घर नदी के किनारे स्थित हैं?

 (1) गिलूण्ड (2) आहड़ (3) पीलीबंगा (4) कालीबंगा

 

 Ans. (4) 

व्याख्या - उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें। 


6. कालीबंगा का शाब्दिक अर्थ है?


 (1) काला पत्थर (2) जुता हुआ खेत (3) काली चूड़ियाँ (4) उपर्युक्त सभी


Ans. (3)

व्याख्या- खुदाई के दौरान मिली काली चूड़ियों के टुकड़ों के कारण कालीबंगा सभ्यता का नाम कालीबंगा रखा गया।


7. कालीबंगा सभ्यता को सर्वप्रथम प्रकाश में लाने का श्रेय दिया जा सकता है?


(1) बी. बी. लाल (2) बी. के. थापर (3) एम. डी. खरे (4) अमलानन्द घोष


Ans. (4)

व्याख्या - कालीबंगा राजस्थान के हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय से दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। इस स्थल की खोज 1951-52 ई. में अमलानन्द घोष ने तथा इसका उत्खनन 1961-62 ई. में बी. बी. लाल तथा बी. के. थापर ने करवाया।



8. कौनसा पुरातत्वविद कालीबंगा के उत्खनन से कभी भी संबद्ध नहीं रहा? | 


(1) अमलानंद घोष


(2) के. एन. पुरी


 (3) बी. बी. लाल


(4) बी. के. थापर


Ans. (2) व्याख्या उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें। → प्रोफेसर अमलानंद घोष ने किस वर्ष राजस्थान में





9. कालीबंगा स्थल की पुनः खोज (शोध) की थी? 


(1) 1952 (2) 1953 (3) 1954 (4) 1955 


Ans. (1)


10.कालीबंगा स्थल, हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय से किस दिशा में स्थित है? 


 (1) उत्तर-पूर्व (2) उत्तर-पश्चिम (3) दक्षिण-पश्चिम (4) दक्षिण-पूर्व

 

 Ans. (3) 

 


 11. निम्न में से किस स्थान पर राजस्थान में सबसे प्राचीन सभ्यता के अवशेष पाये गये हैं? 



 (1) तिलवाड़ा (2) बालोतरा (3) आहोर (4) कालीबंगा 

 

Ans. (4)


व्याख्या-कालीबंगा स्वतंत्र भारत का वह पहला पुरातात्त्विक स्थल है जिसका स्वतंत्रता के बाद पहली बार उत्खनन किया गया तत्पश्चात रोपड़ का उत्खनन किया गया। कालीबंगा के टीलों की खुदाई के दौरान दो भिन्न कालों की सभ्यता प्राप्त हुई है। पहला भाग 2400 ई. पू. से 2250 ई. पू. का है तथा दूसरा भाग 2200 ई. पू. से 1700 ई. पू. का है। कार्बन-14 पद्धति के अनुसार कालीबंगा की तिथि 2300 ई. पू. मानी गई है।


12. निम्नांकित में किस इतिहासवेत्ता ने कालीबंगा को सिन्धु घाटी साम्राज्य की तृतीय राजधानी कहा है?


(1) जी.एच. ओझा. (2) श्यामल दास (3) दशरथ शर्मा (4) दयाराम साहनी


Ans. (3)


व्याख्या - इतिहासवेत्ता / देशरथ शर्मा ने कालीबंगा को सिन्धु घाटी साम्राज्य की तृतीय राजधानी कहा है।


13. कालीबंगा से निम्न में निम्न मे से किस फसल के अवशेष प्राप्त हुए हैं- 


(1) जौ (2) सोयाबीन (3) रागी (4) चावल


Ans. (1)


व्याख्या - कालीबंगा सभ्यता के लोग गेहूँ एवं जौ का प्रयोग करते थे। चना और सरसों के साक्ष्य भी मिले हैं।


14. राजस्थान में सभ्यता के किस स्थल पर सबसे प्रथम

 बार हल से जुते हुए खेत के साक्ष्य प्राप्त हुए?


 (1) कालीबंगा (2) आहड़ (3) गणेश्वर (4) रंगमहल


Ans. (1)


व्याख्या -पूर्व हड़प्पाकालीन स्थल कालीबंगा से एक दुर्ग, गाय के मुख वाले प्याले, ताँबे के बैल, काँस्य के दर्पण, हाथी दाँत का कंघा, मिट्टी के बर्तन, काँच की 'मणियाँ, खिलौने, सड़कें, बस्ती, गोल कुओं, मकानों व धनी लोगों के आवासों के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इस स्थल से जुते हुए खेतों के अवशेष रक्षा प्राचीर के बाद दक्षिण-पूर्वी भाग में मिले हैं। कालीबंगा से सात अग्निवेदियाँ प्राप्त हुई हैं। बस्ती के गंदे पानी के निकास के लिए यहाँ लकड़ी व ईंटों की नालियाँ बनी हुई थी। 



15. कालीबंगा पुरास्थल के किस दिशा में जुता हुआ खेत मिलता है- 


 (1) उत्तर-पूर्व (2) उत्तर-पश्चिम (3) दक्षिण-पूर्व (4) दक्षिण-पश्चिम


Ans. (3) व्याख्या - उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें। 


16. प्राचीनतम जुते हुए खेत के पुरातात्त्विक अवशेष किस सांस्कृतिक स्तर से प्राप्त हुए हैं- 


(1) प्राकहड़प्पा युगीन संस्कृति (2) हड़प्पा युगीन संस्कृति (3) ताम्रपाषाण युगीन संस्कृति (4) नवपाषाण युगीन संस्कृति


 Ans. (1) 


17. निम्नलिखित में से किस स्थल से उत्खनन में 'अग्नि-वेदिकाएँ' मिली थी?


 (1) मोहनजोदड़ो (2) चन्हूदाड़ो(3) लोथल (4) कालीबंगा 

 

Ans. (4) 



18. कालीबंगा क्षेत्र से कितनी अग्निवेदिकाएँ प्राप्त हुई है?


(1) पाँच


(2) सात


(3) आठ 


(4) नौ


Ans. (2)




19. कालीबंगा में प्राप्त चबूतरे निर्मित है- 


(1) लकड़ी से


(2) मिट्टी की ईंटों से 


(3) पत्थर से


(4) लकड़ी और धातु से


Ans. (2)


व्याख्या - कालीबंगा का एक फर्श पूरे हड़प्पा काल का एकमात्र ऐसा उदाहरण है जहाँ अलंकृत ईंटों का प्रयोग हुआ है। मकानों की नालियाँ, शौचालय, भट्टियों एवं कुछ संरचनाओं में पकी ईंटों का प्रयोग किया गया है। कमरों में ऊपर की ओर छेद किए हुए किवाड़ व मुद्रा पर व्याघ्र का अंकन एकमात्र इसी स्थल पर मिला है। यहाँ प्राप्त सिन्धु घाटी पुरावशेषों के संरक्षण हेतु एक संग्रहालय की स्थापना की गयी है



20. दोहरी रक्षा - प्राचीर के साक्ष्य राजस्थान की किस सभ्यता से प्राप्त हुए हैं ? 


(1) बालाथल सभ्यता (2) ओझियाना सभ्यता (3) कालीबंगा सभ्यता (4) गणेश्वर सभ्यता


Ans. (3)


व्याख्या - हरियाणा में राखीगढ़ी एवं गुजरात में धौलावीरा के बाद राजस्थान में कालीबंगा देश का तीसरा सबसे बड़ा पुरातात्विक स्थल है। कालीबंगा में दो टीले विद्यमान हैं। पश्चिम के छोटे एवं अपेक्षाकृत ऊँचे टीले को 'गढ़ीक्षेत्र' (दुर्ग) कहा जाता है तथा बड़े एवं अपेक्षाकृत निचले टीले को नगर क्षेत्र। दोनों को अलग-अलग सुरक्षात्मक दीवार (परकोटे) से सुरक्षित किया गया था। दुर्ग क्षेत्र का ऐसा द्विभागीकरण किसी अन्य सैंधव स्थल पर नहीं मिला है। इस काल के लोगों ने समचतुर्भुजाकार रक्षा प्राचीर के अन्दर अपने आवासों का निर्माण किया है। इस सुरक्षा प्राचीर को दो चरणों में बनाने के प्रमाण मिले हैं। रक्षा प्राचीर के अन्दर-बाहर दोनों ओर से मिट्टी का लेप किया गया है।


21. निम्नलिखित में से किस सभ्यता में विकसित एवं सामरिक महत्त्व की किलेबंदी के अवशेष प्राप्त हुये हैं- | 


 (1) बैराठ (2) कालीबंगा (3) ईसवाल (4) गणेश्वर

 

 Ans. (2) 


22. कालीबंगा के बारे में सही कथन है- 

1. कालीबंगा में दुर्ग तथा निचले नगर, दोनों के चारों ओर दीवार है। 

2. 2. दोनों दीवारें कच्ची मिट्टी की ईंटों की दीवारें हैं । 


(I) कथन 1 सत्य है। 

(2) कथन 2 सत्य है।

(3) ना तो कथन 1 और ना ही 2 सत्य है।

 (4) दोनों कथन सत्य है।


Ans. (4) 


23 राजस्थान के किस स्थल से प्राप्त मृदभाण्डों को लाल धरातल पर काले रंगों की सुन्दर ज्यामितिक डिजाइनों से सजाया गया है?


 (1) आहड़ (2) कोट-डीगी (3) गिलूण्ड (4) कालीबंगा


Ans. (4)


व्याख्या- कालीबंगा से प्राप्त हड़प्पाकालीन मृदभाण्डों को उनके आकार, बनावट और मुख्यत: उनके रंग के आधार पर 6 उपभागों में विभाजित किया गया है। अलंकरण के लिए लाल धरातल पर काले रंग का ज्योमितीय, पशुपक्षी का चित्रण बहुतायत से मिलता है।


24. कालीबंगा से हड़प्पा पूर्व की सभ्यता से मिलते-जुलते अवशेष पाकिस्तान में किस स्थान पर मिले हैं- 


 (1) सुत्कागेंडोर(2) लाहौर (3) कोटदीजी (4) मोंटगोमरी


Ans. (3)


व्याख्या :- कोटदीजी (कोट-डीगी ) - पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सिंधु नदी के तट पर स्थित इस स्थल के अग्नि में दो बार नष्ट होने के साक्ष्य प्राप्त हुये है। यहाँ प्राक-हडप्पायुगीन संस्कृति के भी अवशेष मिले है।


25. कोट-डीगी सभ्यता का सम्बन्ध रहा है- 


 (1) हड़प्पा पूर्व की सभ्यता से (2) चीन की सभ्यता से (3) मिस्र की सभ्यता से (4) सुमेरिया की सभ्यता से

 Ans. (1) 


25. निम्न में से किस स्थल को ताम्रवती नगरी के नाम . से भी जाना जाता था ? 


 (1) बैराठ (2) आहड़ (3) कालीबंगा (4) बागौर


Ans. (2)


व्याख्या- आहड़ : यहाँ ताम्र उपकरण, बर्तन, काले व लाल रंग के मृद्भाण्ड आदि प्राप्त हुए हैं। ताँबे के उपकरणों की प्रचुरता के कारण इसे प्राचीनकाल में ताम्रनगरी कहा जाता था। आहड़ के विशिष्ट आकृति के बर्तनों को 'ब्लेंक एण्ड रेड वेयर कहा जाता है ।


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