के अनुसार विकलांगता के 21 प्रकार बताए गए हैं जिसमे सभी प्रकार की विकलांगता को सम्म्मलित किया गया है
जो निम्न है
Rpwd के अनुसार 21 प्रकार की विकलांगता
➤ Blindness ( अंधता)
➤ Low-vision (अल्प दृष्टि )
➤ Leprosy Cured Persons
(कुष्ठ रोग मुक्त )
➤ Hearing Impairment (deaf and hard of hearing) श्रवण बाधित (बधिर एवं ऊंचा सुनना )
➤ Locomotor Disability ( चलन निःशक्तता )
➤ Dwarfism (बोनापन )
➤ Intellectual Disability
(बौद्धिक अक्षमता)
➤ Mental Illness ( मानसिक रोगी)
➤ Autism /Spectrum Disorder
(स्वलीनता)
➤ Cerebral Palsy (प्रमस्तिष्क घात)
➤ Muscular Dystrophy (मांसपेशीय दुर्विकास
➤ Chronic Neurological Conditions (क्रोनिक न्यूरोलोजिकल कण्डीशन)
➤ Specific Learning Disability (स्पेसिफिक लर्निगं डिसेबलीटी)
➤ Multiple Sclerosis (मल्टीपल स्कलेरोसीस)
➤ Speech and Language disability (वाक् एवं भाषा निःशक्तता )
➤ Thalassemia (थैलेसीमिया )
➤ Hemophilia (हीमोफीलिया / अधिरक्तस्त्राव )
➤ Sickle Cell Disease (सीकल सैल डिजीज )
➤ Multiple Disabilities Including / deafblindness ( बहु निःशक्तता )
➤ Acid Attack Victim (तेजाब हमला पीड़ित )
➤ Parkinson's Disease (पार्किसंस रोग)
1. दृष्टि बाधित (BLINDNESS)
• आँखों की पलके बन्द होती है
• काँच पूर्ण सफेद होता है आँखों की पुतली न होना
• पलकों का स्थिर रहना या
तेजी से झपकना
आँखो का न होना
• आँखों का लाल होना, लगातार पानी आना
• परिवार में कोई सदस्य है जिसे देखने में कठिनाई होती है।
• रंगो को पहचान नही पाना
(Colour Blindness) रंग के प्रति आकर्षण नही होना
• चलते समय रास्ते में पड़ी वस्तु से टकराना दृष्टिहीन है
(total absence of sight) वस्तुओ की पहचान हाथ में लेकर स्पर्श क्षमता द्वारा करना
• दृश्यात्मक वस्तुओ के प्रति कोई प्रतिक्रिया न होना
2. अल्प दृष्टि (LOW-VISION)
• बालक अपनी आँखों को बहुत ज्यादा मलता है।
• एक आँख को ढक लेता है एवं सिर आगे की तरफ झुकाता है पुस्तक को बहुत नजदीक से पढ़ता है
• पलको को सामान्य से ज्यादा झपकाता है
• आँखों में तिरछापन होना पलको पर अत्यधिक सूजन का होना आँखें अत्यधिक लाल होना।
आँख की पुतलियो का आकार सामान्य रास्ते का सही अनुसरण नही कर
से कम होना पाना
• प्रकाश के प्रति अति संवेदनशील होना
सिर दर्द की लगातार शिकायत करना
• कम दिखता है (60 वर्ष से कम आयु रंगों की पहचान नहीं कर पाता है (60 की स्थिति में)
वर्ष से कम आयु की स्थिति में) • आस पास के वातावरण मे चलने फिरने में कठिनाई होती है।
3. कुष्ठ रोग से मुक्त (LEPROSY CURED)
• हाथ पैर या अंगुलियों में विकृति / टेढापन है
• शरीर की त्वचा पर
• हाथ, पैर या अंगुलियाँ रंगहीन धब्बे है सुन्न हो जाती है। (loss of sensation )
• चेहरे का आकार विकृत हो जाता है
4. श्रवण बाधित (HEARING IMPAIRMENT)
• बच्चा ऊँची आवाज में बोलता है या बिल्कुल धीरे बोलता है टी. वी. / रेडियो की आवाज अधिक रखता है
• बच्चों में ध्यान एवं एकाग्रता की कमी होती है
• बच्चा सुनने के लिए आवाज की तरफ कान घुमाता है
• बच्चे प्रायः निर्देशों को नही समझ पाते हैं • बच्चे श्रुतिलेख सही प्रकार से नहीं लिख पाते है
• बच्चे कक्षा में शांत बैठे रहते हैं • बालक के कान में दर्द होता है एवं कान से द्रव रिसता है
• परिवार के किसी भी सदस्य को बहरापन अथवा सुनने में कठिनाई होती
• बहरापन है, ऊंचा सुनना या कम सुनना (50DB70 DB hard of hearing)
• आवाज देने पर / नाम से बुलाने पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नही करता है
• ताली / घण्टी / घुंघरू की आवाज पर कोई प्रतिक्रिया नही करता है
• इशारों मे बातें करता है, सांकेतिक भाषा (sign language) का प्रयोग करता हैं
5. चलन निःशक्तता (LOCOMOTOR DISABILITY)
व्यक्ति को हाथ, पैर अथवा दोनों की निःशक्तता है
• लकवा है
• हाथ या पैर कट गया है
• पोलियो से ग्रसित है
• शरीर की गति (body movement) एवं मासपेशियों | (muscle co-ordination) में समन्वय की कमी दिखाई देती है।
6. बौनापन (DWARFISM)
व्यक्ति का कद व्यस्क होने पर भी 4 फुट या इससे कम होना
7. बौद्धिक निःशक्तता (INTELLECTUAL DISABILITIES)
• माता पिता के आदेश की अवहेलना करना, ध्यान केन्द्रित करने में कमी
• दिशाओं को समझने में भ्रम होता है।
• बोल चाल की भाषा का विकास देरी से होता है
• हम उम्र बच्चों के समान कार्य नहीं कर पाता है
• सीखने, समस्या समाधान, तार्किकता आदि में कठिनाई है
• प्रतिदिन के कार्यों, सामाजिक कार्यों, एवं अनुकूलन व्यवहार (Lack of adaptive behaviour) में कमी होती है
• दैनिक जीवन की क्रियाए (ADI) जैसे कपड़े पहनना, बटन बंद करना, मंजन करना, खाना खाना आदि भी स्वयं नही कर पाता है
• बोलने, स्वयं की आवश्यकता को अभिव्यक्त करने में कठिनाई होती है • पढ़ने, लिखने व समझने मे कठिनाई होती है।
• समस्याजनक व्यवहार ( Problem Behaviour) से ग्रसित होता है।
• मंगोलिजम (Down syndrome) के लक्षण दिखाई देते हैं आँखो और हाथो के समन्वय में कमी होती है
8. मानसिक रोगी (MENTAL ILLNESS)
• अस्वाभाविक व्यवहार करता है ( खुद से बाते करना, भ्रम जाल, मतिभ्रम, व्यसन ( नशे का आदि), अधिकतम डर / भय, किसी भी वस्तु या इंसान से अत्यधिक लगाव इत्यादि)
• व्यक्ति को बिना किसी कारण से जल्दी गुस्सा आ जाता है या गुमसुम अथवा अकेलापन अच्छा लगता है।
• व्यक्ति अपनी स्वच्छता या दुनियादारी से अन्जान होता है
• व्यक्ति के मन में विचार आता है। कि उसको कोई भगवान / भूत या बाहरी शक्ति नियंत्रित करती है
• व्यक्ति के मन में बारबार आत्महत्या के विचार आते है एवं डरता है
• अन्य व्यक्ति को बाते करता देख समझता है कि ये मेरे बारे मे बात कर रहे है (संदेह करना)
• बार-बार मूड बदलना
• व्यक्ति को आत्म गिलानी होती है।
9. ऑटिज्म (AUTISM SPECTRUM DISORDER)
• अपने वातावरण में परिवर्तन नही चाहते हैं
• बच्चों में सोचने एवं समझने की क्षमता कम होती है।
• एक ही शब्द को बार-बार बोलते हैं, जो इनसे कहते हैं उसे दोहराते हैं
• इन बच्चों में समस्या व्यवहार पाये जाते है जैसे आक्रमकता, आत्मघाती व्यवहार
• व्यक्ति को किसी कार्य पर ध्यान केन्द्रित करने में कठिनाई होती है
• आँखे मिलाकर बात न कर पाना / गुमसुम / खोया हुआ रहता है (Poor eye contact )
• व्यक्ति को अन्य लोगों से
घुलने-मिलने में कठिनाई होती है, अकेला रहना पसंद करता है • अति संवेदनशीलता / निम्न sensitivity) से ग्रसित होता है
संवेदनशीलता (Hyper
sensitivity / Hypo
• वस्तुओं से खेलने / इकट्ठा करने में असामान्य रूचि दिखाता है
• शरीर / हाथो को हिलाते रहता हैं
10. सेरेब्रल पाल्सी (CEREBRAL PALSY) / पोलियो / नर्व इंजरी
• बालक अपने दोनो हाथो का प्रयोग एक साथ नहीं कर पाता है।
• गोद में लेते समय, कपड़े पहनाते समय, नहलाते समय बच्चे का शरीर अकड जाता है।
• बालक में एकाग्रता की कमी होती है
• व्यक्ति को पैरों में जकड़न / चलने में कठिनाई, हाथ से काम
करने में कठिनाई होती है
• व्यक्ति को चलने में कृत्रिम अंग. बैशाखी, केलिपर इत्यादि का उपयोग करता है।
• अंगो मे विकृति पाई जाती है
• पावों, आँखों और हाथों का समन्वय एवं संतुलन कमजोर होता है मुंह खुला रहता है और लार गिरती है
• खाना, काटना, चबाना एवं निगलने मे कठिनाई होती है।
• इसमें एक या एक से अधिक अंग प्रभावित होते हैं यह Non progressive, न्यूरोलोजीकल स्थिति (condition) है
11. मांसपेशी दुर्विकास (MUSCULAR DISTROPHY)
• मांसपेशियां कमजोर होती हैं
• मांसपेशियों में विकृति होती हैं
• इसमे विकृति बढ़ती (Progressive) हुई होती है, जकड़न आ जाती है
• व्यक्ति पंजों (Toes) के बल चलता है
• व्यक्ति को दौखने / कूदने में परेशानी होती है।
• यह वंशानुगत बीमारी हैं।
Nogral
Muscular Dystrophy
12. कोनिक न्यूरोलोजिकल कंडीशनस (Chronic Neurological Conditions)
• मस्तिष्क और स्पाईनल कोड मे असंतुलन होता है
• यह स्थिति न्यूरोन की हति के कारण होती हैं
13. स्पेसिफिक लर्निंग डिसएबिलिटी (SPECIFIC LEARNING DISABILITIES)
• बोलने (Speaking), समझने, श्रुतलेख, वर्तनी, लेखन, (Dysgraphia), पढ़ने मे समस्या, वर्तनी में समस्या (Dyslexia), साधारण जोड, बाकी, गुणा, भाग (Dyscalculia) में कठिनाई होती है।
• व्यक्ति को आकार, भार, दूरी आदि को समझने में कठिनाई (perceptual problem) होती
• व्यक्ति को बार बार निर्देश देने की आवश्यकता पडती है एवं भाषा समझने या शब्दों का अर्थ समझने में कठिनाई होती है।
• व्यक्ति को दिशा, चिन्ह समझने में एवं वस्तुओं का बोध करने में कठिनाई होती है
• समस्या समाधान मे कठिनाई होती है, एकाग्रता मे कमी (Short attenation span), याद न रख पाना (Poor memory) होती है
• वाक्य एवं गद्यांशा को समझन में मुश्किल होती है
• बालक का पठन-पाठन में, प्रस्तुतीकरण एवं उम्र से मेल नही खाता है
• मौखिक अभिव्यक्ति अच्छी होती है लेकिन लिखने में कठिनाई आती हैं।
14. मल्टीपल स्कलेरोसिस (MULTIPLE SCLEROSIS)
• व्यक्ति के दिमाग एवं रीढ़ की हड्डी के समन्वय में परेशानी होती है।
• ब्रेन और रीढ की हड्डी में क्षति (damage) हो जाती है
15. वाक एवं भाषा निःशक्तता (SPEECH AND LANGUAGE )
• परिवार का कोई सदस्य गूंगा है या बोलने में कठिनाई होती है
• सामान्य बोली से अलग बोलता है। (जिसे कि परिवार के सदस्यों के
• स्पष्ट नहीं बोल पाता है
अलावा अन्य लोग नही समझ पाते हैं) बोली / भाषा मे निरन्तरता नही होती है
• यह स्थाई निःशक्तता है
• इसमें समझने वाली भाषा तो ठीक होती है, परन्तु अभिव्यक्त भाषा (Expressive) में कठिनाई होती हैं
16. थैलेसीमिया (THALASSEMIA)
• डाक्टर के अनुसार खून में हीमोग्लोबीन की विकृति होती है।
• खून की मात्रा कम होती है
• हीमोग्लोबीन की कमी पाई जाती है
• ईलाज चल रहा हो तो चिकित्सक की पर्ची आवश्यक देखनी हैं।
• खून की जॉच रिपोर्ट आवश्यक देखनी है
17. हीमोफीलिया / अधि रक्तस्त्राव ( HAEMOPHILIA)
• चोट लगने पर अत्याधिक रक्त स्त्राव होता है
• घाव से रक्त बहना बन्द ही नहीं होता है
• यह बीमारी पुरुषों में मिलती है और औरत से पुरूष में स्थानान्तरित होती है
• इस बीमारी में खून का थक्का बनने की सामान्य योग्यता (Normal cloting ability) नही होती है
• खून की जाँच रिपोर्ट आवश्यक देखनी है
18. सिकल सेल डिजीज (SICKLE CELL DISEASE)
• चिकित्सक द्वारा खून की अत्याधिक कमी (रक्त अल्पता) बताई गई है
• खून की कमी से शरीर के अंग / अव्यव खराब हो गये है
• चिकित्सक के ईलाज की पर्ची से ही पहचाना जा सकता है
• खून की जॉच रिपोर्ट आवश्यक देखनी है
19. बहु निःशक्तता (MULTIPLE DISABILITIES)
• व्यक्ति दो या दो से अधिक तरह की निःशक्तता से ग्रसित होता है जैसे बधिरता के साथ अंधापन
• मानसिक मंदता / सेरेब्रल पल्सी / मानसिक रोगी / चलन निःशक्तता / मूक निःशक्तता / श्रवण निःशक्तता / ऑटिज्म / दृष्टि बाधित / कुष्ठ रोग
• उपरोक्त निःशक्तता मे से 2 या 2 से अधिक निःशक्तता से ग्रसित जैसे मानसिक मंदता के साथ अंधापन
• संम्प्रेक्षण अत्यधिक प्रभावी होता है विकासात्मक, शैक्षणिक कठिनाई अधिक होती हैं
20. तेजाब हमला पीड़ित (ACID ATTACK VICTIM)
• तेजाब हमले की वजह से व्यक्ति के अंग असामान्य / प्रभावित होते है
• शरीर के अंग हाथ / पैर / आँख / गला और चेहरा आदि असामान्य / प्रभावित होते है
21. पार्किंसंस रोग (PARKINSONS DISEASE)
• हाथ / पांव / मांसपेशियों में जकडन, तंत्रिका तंत्र प्रणाली संबंधी कठिनाई होती है
• व्यक्ति की कमर झुक जाती है हाथ लटके हुये रहते है
• व्यक्ति छोटे छोटे कदम भरकर चलता है (साथ मे हाथ नही हिलते) है।
• व्यक्ति के हाथों में कम्पन्न (Tremor ) होता हैं
• घुमने (movement) एवं चलने-फिरने में कठिनाई होती है
• चिकित्सक की रिपोर्ट / पर्ची आवश्यक देखनी है
आज हमने rpwd द्वारा बताई गई 21 प्रकार की विकलांगताओ के बारे में बात की है ।