Autism Spectrum Disorder - ( स्वलीनता )

 Unit-3.3
Autism Spectrum Disorder - ( स्वलीनता )



 स्वलीनता ग्रीक शब्द आटोस से लिया गया है जिसका अर्थ अपने आप में खो जाना या लीन हो जाना होता है । ऐसे बच्चे में व्यवहारिक, सामाजिक बोलचाल, शारीरिक विकास, सुनने इत्यादि । समस्याओं का मिलाजुला व्यवहार देखने को मिलता है। व्यापक विकासात्मक विकास एवं स्वलीनता के लक्षण के अनुसार स्वलीनता उसे कहते हैं। जिसमें सामाजिक समायोजन मेलजोल तथा बातचीत के अभाव के कारण बच्चा एकाग्र चित्त हो जाता है। स्वलीनता से ग्रसित बच्चों को 3 वर्ष की अवस्था तक पहचाना जा सकता है।

स्वलीनता व कैनार व्याधि (सिंड्रोम ) के नाम से जाना जाता है। स्वलीनता पर किए गए शोधों के आधार पर ऐसा पाया गया है कि लगभग 10,000 मे से 4 बच्चे इससे प्रभावित रहते हैं। लड़कियों की तुलना में लङको मे इनका प्रतिशत अधिक होता है।

स्वलीनता एक जटिल स्नायु विकासात्मक कमी है जिसमें संप्रेषण, सामाजि सोच विचार एवं व्यवहार प्रभावित होता है। इसके साथ ही साथ कुछ प्रकार्यात्मक योग्यता में भी कमी आती है।

कैनर ने 1943 में बाल्टिमोर में 11 बच्चों का आकलन किया तो मानसिक मंद थे या भावात्मक रूप से विक्षिप्त थे। लेकिन उन्होंने इसे स्वलीन विक्षिप्तता के नाम से पेपर में प्रकाशित किया। इस समूह के लक्षण को इन्होंने कैनर सिंड्रोम नाम दिया।


परिभाषा :-


अमेरिकन विकलांगता अधिनियम (1990) के अनुसार :- स्वलीनता एक विकासात्मक विकलांगता है जो मुख्य रूप से शाब्दिक अशाब्दिक संप्रेषण एवं सामाजिक अंतः क्रिया को प्रभावित करता है। सामान्य रूप से यह घटना 3 वर्ष से पूर्व होती है। जो बच्चे के शैक्षणिक निष्पादन को प्रभावित करती है। प्रायः इसके साथ कुछ अन्य लक्षण भी होते हैं, जैसे- एक ही क्रिया को बार-बार दोहराना, दिनचर्या में परिवर्तन, अनावश्यक अनुक्रिया एवं संवेदी अनुभूतियां होती हैं। क्योंकि इस प्रकार के बच्चों में गंभीर रूप से भावात्मक

कमी होती है। इसलिए बच्चे का शैक्षणिक निष्पादन विपरीत होता है।"


स्वलीनता से मिलती-जुलती स्थितियां : 


कुछ स्थिति स्वलीनता के तुल्य ही होती हैं, पर वास्तव में ऐसे बच्चे स्वलीन नहीं होते हैं, यह स्थितियां निम्नलिखित हैं


1. इलेक्टिव म्यूटिज्म :- इस स्थिति में बालक किसी स्थित विशेष में बात करने हेतु सक्षम नहीं होता ।

2. विशिष्ट भाषा विकार :- इनमें विचित्र प्रकार का भाषा विकास संबंधी समस्याएं पाई जाती है।

3. एटिपिकल ऑटिज्म :- इस स्थिति में स्वलीनता के सिर्फ एक या दो लक्षण उपस्थित होते हैं।

4. एसपरगर्स सिंड्रोम :- या एक ऐसी स्थिति है जिसमें बुद्धि तथा मन संप्रेषण का विकास सामान्य बच्चों की तरह होता है। परंतु सामाजिक कौशल संबंधी क्षेत्र में विकास सीमित होता है।

5. रेट्स सिंड्रोम :- यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लकड़ी के अंदर कुछ स्नायु तंत्र की समस्याएं देखी जाती हैं। जैसे - हाथ से संबंधित लिखावट अन्य गतिकीय असमान्यता ।

6. डिसइन्टिग्रेटिव डिसऑर्डर:- यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें बच्चों में सामान्य विकास होने के पश्चात तेजी से सभी कौशलो मेंगिरावट देखी जाती है।


स्वलीनता के लक्षण :-

क. व्यवहारात्मक विशेषताएं

ख. भाषा संबंधी विकृति

ग. पुनरावृति व्यवहार

घ. संवेगात्मक अस्थिरता

ङ. अन्य लक्षण :- अति चंचलता, आक्रामकता, आत्मघाती

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