Specific Learning Disabilities- Specific Learning Disability ( विशिष्ट अधिगम अक्षमता)

Unit-3.2
Specific Learning Disabilities- Specific Learning Disability ( विशिष्ट अधिगम अक्षमता) 


 - यह एक छुपी हुई विकलांगता है। इसमें सीखने की क्षमता प्रभावित होती है। बाल्यावस्था एवं विद्यालय अवस्था के प्रारंभिक दौर में पहचानी जा सकती है । इनकी बुद्धि लब्धि औसत से कम नहीं होती । परंतु इनकी उपलब्धि या प्राप्तांक कम होता है। साधारणतः इनमें 90 से ऊपर की बुद्धि लब्धि पाई जाती है। इसमें अधिकांशतः स्मृति एवं प्रत्यक्षीकरण की समस्या होती है। इसमें भाषा, गणित, प्रत्यक्षीकरण, तार्किकता, लिखने पढ़ने, सुनने, बोलने एवं सामाजिकता में कमी दिखती है। यह लड़कियों की अपेक्षा लड़कों में अधिक दिखाई पड़ती है। अधिगम असमर्थता की पहचान एवं उपचार स्कूल तंत्र के भीतर ही हो जाता है। परंतु इसकी पहचान विशेष शिक्षा के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त व्यवसायिक ही कर पाते हैं। अन्य के लिए यह कार्य मुश्किल होता है।

परिभाषाएं --

D-S-M &4 के अनुसार :- " यदि कोई व्यक्ति नियमित शिक्षण कार्यक्रम से लाभान्वित नहीं होता है, यदि वह सामाजिक रूप से

वंचित नहीं है, एवं वह किसी प्रकार की दैहिक तंत्रकीय दुष्क्रिया का कोई भी स्पष्ट लक्षण प्राप्त नहीं करता है तो उसे अधिगम विकृति के रोगी के रूप में चिन्हित किया जा सकता है।"



I-E-D-A के अनुसार :-"अधिगम अक्षमता मूल रूप से मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया में एक या अधिक विकृति है जो भाषा के समझने, बोलने या लिखने से संबंधित होता है तथा सुनने, सोचने, बोलने, पढ़ने लिखने, वर्तनी या गणितीय गणना सहित प्रत्यक्षीकरण क्षमता, मस्तिष्कीय चोट मामूली मस्तिष्कीय गड़बड़ी, पठनीय विकृति वाग्ररोध के रूप में प्रकट होता है।"


अधिगम अक्षमता के प्रकार :- 

1 डिस्लेक्सिया (Dyslexia ) :- Dys का अर्थ होता है कार्य में कमी और lexia का अर्थ है शब्दों के साथ कार्य में कमी अर्थात डिस्लेक्सिया का अर्थ हुआ व्यक्ति में वह पठान कमी जो कि विशिष्ट अधिगम अक्षमता को दर्शाता है। अर्थात पढ़ने की अक्षमता से पर्याप्त जीवन पर्यंत मौखिक एवं लिखित भाषा जो कौशल के विकास में कमी होती है। इसमें भी सभी बच्चों को एक जैसा लक्षण नहीं दिखता है । यह भी बच्चों में विभिन्न कमियों के रूप में दिखाई पड़ता है।

> अक्षरों को ना पहचानना

> अशुद्ध रूप से पढ़ना


2. डिसग्राफिया (Dysgraphia ) :- इसके अंतर्गत बालको में लेखन संबंधी कमी दिखती है। इसे लेखन अक्षमता भी कहते हैं। इसके अंतर्गत बच्चों में निम्नलिखित कमियां दिखती हैं।

> शब्दों के अक्षरों को पलट देता है कमल को कलम लिखता है

> अपनी बातों या बीती घटनाओं को लिखकर व्यक्त नहीं कर पाता है।

> श्यामपट्ट या कॉपी से नकल करने में परेशानी होती है।


3. डिस्कल्कुलिया (Dyscalculia ) :- इसमें बच्चा गणितीय संबंधी गलतियां करता है जैसे :- अंको को उल्टा लिखना, 6 को 3 लिखना दो अंको की संख्या को पलट देना आदि 


4. डिस्प्रेक्सिया (Dyspraxia ) : यह विशिष्ट अक्षमता गामक कौशल विकास में कमी को दर्शाता है यह बच्चों को सूक्ष्म गामक कार्यों को नियोजन एवं पूर्ण करने में कमी को दर्शाता है। यह क्रियात्मकता के विभिन्न क्षेत्रों की कमी को दर्शाता है। जिसमें विभिन्न साधारण गामक क्रियाएं जैसे हाथ हिलाना, ब्रश करना आदि होती है।


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